Rajasthan CET Normalization 2024: परीक्षा के नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया से कौन होंगे फायदे में, कौन होंगे नुकसान में?

Rajasthan CET Normalization
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Rajasthan CET Normalization को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। इस वर्ष राजस्थान सीईटी स्नातक स्तर पर नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया लागू की जा सकती है। पिछले सालों की तरह इस बार भी परीक्षा में अलग-अलग शिफ्ट्स में अलग कठिनाई स्तर के पेपर दिए गए थे। कुछ शिफ्ट्स के पेपर सरल थे, तो कुछ शिफ्ट्स के पेपर कठिन माने जा रहे हैं। इस स्थिति में नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया से कुछ अभ्यर्थियों को फायदा मिलने की संभावना है, जबकि अन्य को नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि Rajasthan CET Normalization क्या है, इसे क्यों लागू किया जा सकता है और यह किस प्रकार से अभ्यर्थियों के अंकों पर प्रभाव डालेगा।

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Rajasthan CET Normalization Kya Hai?

Normalization एक सांख्यिकीय प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य सभी शिफ्ट्स के कठिनाई स्तर को ध्यान में रखते हुए अंकों को संतुलित करना है। चूंकि CET परीक्षाएं एक से अधिक शिफ्ट में आयोजित की जाती हैं, हर शिफ्ट में प्रश्नपत्र का कठिनाई स्तर अलग हो सकता है। ऐसे में सरल शिफ्ट वाले अभ्यर्थियों के अंक कम किए जा सकते हैं, और कठिन शिफ्ट वाले अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाए जा सकते हैं। इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य है कि सभी शिफ्ट्स के अभ्यर्थियों के अंकों की निष्पक्ष तुलना हो सके।

Why Rajasthan CET Normalization?

Rajasthan CET 2024 में Normalization इसलिए लागू हो सकता है क्योंकि स्नातक और सीनियर सेकंडरी लेवल परीक्षाओं में अलग-अलग शिफ्ट में कठिनाई स्तर का अंतर पाया गया है। उदाहरण के लिए, CET Graduation Level में तीसरी और चौथी शिफ्ट का पेपर कठिन माना जा रहा है। ऐसे में, कठिन शिफ्ट के अभ्यर्थियों के अंकों में वृद्धि कर सभी का प्रदर्शन संतुलित किया जा सकता है।

Normalization Process Kaise Karega Kaam?

Normalization प्रक्रिया के अंतर्गत, सभी शिफ्ट्स के अंकों का एक आकलन किया जाएगा, जहां सबसे कठिन शिफ्ट्स के अभ्यर्थियों के अंकों में 3 से 7 तक की वृद्धि की जा सकती है। वहीं, सरल शिफ्ट्स के अभ्यर्थियों के अंकों में भी 3 से 7 तक की कटौती हो सकती है।

इस प्रक्रिया के अनुसार:

  • Hard Shifts: जिन अभ्यर्थियों का पेपर कठिन था, उनके 3 से 7 अंक बढ़ाए जा सकते हैं।
  • Easy Shifts: जिनका पेपर सरल था, उनके अंकों में 3 से 7 तक की कटौती की जा सकती है।

Rajasthan CET Normalization Ka Sabse Bada Fayda Kisko Hoga?

जिन अभ्यर्थियों का पेपर कठिन शिफ्ट में था, उन्हें इस प्रक्रिया का सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। खासतौर पर वे अभ्यर्थी जिन्हें न्यूनतम अंकों के कारण पास नहीं माने जा सकते थे, वे अब नॉर्मलाइजेशन के बाद पात्रता परीक्षा में पास हो सकते हैं।

Rajasthan CET Normalization Ka Sabse Bada Nuksan Kisko Hoga?

सीईटी नॉर्मलाइजेशन का सबसे बड़ा नुकसान सरल पारी में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को होगा। यदि सरल पारी में अंकों में कटौती की जाती है, तो कई अभ्यर्थी जो 40% के आसपास अंक पाएंगे, वे इस प्रक्रिया में बाहर हो सकते हैं। इसलिए, सरल शिफ्ट के अभ्यर्थियों को इस प्रक्रिया से थोड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है।

Key Points: Rajasthan CET Normalization Process 2024

  • 1st Step: CET Official Answer Key 2024 जारी की जाएगी।
  • 2nd Step: गलत प्रश्नों पर अभ्यर्थियों से ऑब्जेक्शन मांगे जाएंगे।
  • 3rd Step: हर शिफ्ट के अधिकतम और न्यूनतम स्कोर का मूल्यांकन किया जाएगा।
  • Normalization Impact: कठिन शिफ्ट के अभ्यर्थियों के अंक बढ़ाए जा सकते हैं, जबकि सरल शिफ्ट के अभ्यर्थियों के अंक कम किए जा सकते हैं।

Rajasthan CET Normalization 2024 का Official Update कब आएगा?

फिलहाल राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा इस बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन पिछले साल भी परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू किया गया था। इसलिए, इस वर्ष भी इसे लागू करने की संभावना है।

Conclusion

Rajasthan CET Normalization प्रक्रिया परीक्षा को निष्पक्ष और संतुलित बनाने का एक प्रयास है, जिसमें अभ्यर्थियों के अंक विभिन्न शिफ्ट्स में कठिनाई के अनुसार समायोजित किए जाते हैं। इस प्रक्रिया के लागू होने पर सभी उम्मीदवारों को अपने परिणाम को लेकर थोड़ी आशा और चिंता दोनों हो सकती है।

CET Normalization 2024 FAQs

Q1: क्या राजस्थान CET Graduation Level में Normalization लागू होगा?

  • हां, लेकिन यह बोर्ड की आधिकारिक घोषणा पर निर्भर करेगा।

Q2: Normalization से किसे सबसे अधिक नुकसान हो सकता है?

  • सरल शिफ्ट्स वाले अभ्यर्थियों को, क्योंकि उनके अंकों में कटौती की जा सकती है।

Q3: CET Normalization से सबसे ज्यादा फायदा किसे होगा?

  • कठिन शिफ्ट्स वाले अभ्यर्थियों को, जिनके अंकों में वृद्धि की जाएगी।

Q4: नॉर्मलाइजेशन में अधिकतम कितने अंक बढ़ाए जा सकते हैं?

  • अधिकतम 7 अंक तक बढ़ाए जा सकते हैं।

Q5: अधिकतम कितने अंक कम हो सकते हैं?

  • सरल शिफ्ट्स वाले अभ्यर्थियों के 6 से 7 अंक तक कम किए जा सकते हैं।

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